Agra News: अब हिंदुत्ववादियों ने ताजमहल के भीतर शिवरात्रि पर दुग्ध अभिषेक और पूजा करने की माँगी अनुमति, दायर की याचिका

Agra News: याचिका दायरकर्ता का कहना है कि “ताजमहल के तजो महालय शिव मन्दिर होने के प्रमाण यह है भी है कि सनातनी संस्कृति के अनुसार यमुना किनारे ही मन्दिरों के निर्माण कराये जाते हैं…

 

आगरा: Agra News-Petition Filed To Worship In Taj Mahal- इस्लामिक पूजा स्थलों और ऐतिहासिक इमारतों को हिंदुत्ववादियों द्वारा मन्दिर बताकर हड़पने के प्रयास में अब आगरा ताजमहल भी पूरे निशाने पर आ गया है। आगरा में हिन्दुत्ववादी संगठन ने महाशिवरात्रि पर्व के अवसर पर ताजमहल के मुख्य स्मारक में दुग्ध अभिषेक और पूजा करने की अनुमति को लेकर याचिका दायर की है।

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यह याचिका आगरा के सिविल जज सीनियर डिविजज़न कोर्ट में दायर की गयी है। याचिका दायर योगी यूथ ब्रिगेड धर्म रक्षा ट्रस्ट के पदाधिकारियों ने दायर की है। ताजमहल में पूजा करने की अनुमति की याचिका दायर करने वाले हिन्दुतत्ववादी संगठन का दावा कि, “ताजमहल के मुख्य स्मारक के नीचे तहखाने में शिवलिंग बना हुआ है।” (Agra News)

विदित हो कि कई साल पहले हिंदुत्ववादियों द्वारा ‘ताजमहल’ को ‘तेजो महालय शिव मन्दिर’ बताना शुरु कर दिया था। दावा किया जा रहा है कि इस ताजमहल का निर्माण तेजो महालय शिव मन्दिर तोड़कर कराया गया था।’योगी यूथ ब्रिगेड धर्म रक्षा ट्रस्ट’ के प्रदेश अध्यक्ष कुँवर अजय तोमर ने 8 मार्च को शिवरात्रि पर्व पर…

ताजमहल के भीतर मुख्य स्मारक में पूजा करने की माँग वाली एक याचिका कोर्ट में दायर की है। याचिका में कहा गया है कि “जिस स्थान पर ‘ताजमहल’ है वहाँ सन-1212 में राजा परमदेव ने शिवलिंग की स्थापना की थी। और इसे तेजो महालय नाम दिया गया था।” (Agra News)

कुँवर अजय तोमर का कहना है कि “तेजो महालय शिव मन्दिर को तोड़कर ही मुग़लों ने यहाँ पर ‘ताजमहल’ बनवा दिया था। मुग़ल शासकों ने यहाँ हिन्दू पूजा रोकने को ताजमहल में बनावटी मजारें बनवायी थी। इनका दावा है कि मुमताज महल की मृत्यु वर्ष 1631 में हुई, जिसे मध्यप्रदेश के बुरहानपुर में ताप्ती नदी के किनारे दफ़नाया गया था। (Agra News)

याचिका दायरकर्ता का कहना है कि “ताजमहल के तजो महालय शिव मन्दिर होने के प्रमाण यह है भी है कि सनातनी संस्कृति के अनुसार यमुना किनारे ही मन्दिरों के निर्माण कराये जाते हैं। और तेजो महालय शिव मन्दिर का निर्माण भी आगरा में यमुना नदी के किनारे किया गया था। (Agra News)

अब जैसे कि इस दायर याचिका में ताजमहल के मुख्य स्मारक यानि क़बरो के नीचे शिवलिंग होने का दावा किया गया है, इससे यह बात प्रबल हो रही है कि अगर कोर्ट हिंदुत्ववादियों की याचिका को सुनवायी योग्य मान लेता है तो ताजमहल भी बाबरी मस्जिद, ज्ञानवापी मस्जिद, धार और मथुरा ईदगाह की तरह विवादित हो जायेगा। (Agra News-Agra News-Petition Filed To Worship In Taj Mahal)
स्रोत: मीडिया (tv9)
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