Ghaziabad Mosque Controversy: अब यूपी के ग़ाज़ियाबाद में मस्जिद पर खड़ा हुआ विवाद, प्रशासन ने नमाज़ पढ़ने और जलसे पर लगायी रोक

Ghaziabad Mosque Controversy: अब यूपी के ग़ाज़ियाबाद की मस्जिद पर खड़ा हुआ विवाद, प्रशासन ने नमाज़ पढ़ने और जलसे पर लगायी रोक

 

ग़ाज़ियाबाद: Ghaziabad Mosque Controversy: उत्तर प्रदेश के ग़ाज़ियाबाद के थाना कौशाम्बी क्षेत्र की वैशाली कॉलोनी में बनी एक डिस्पेंसरी और वहाँ बनी मस्जिद पर सिंचाई विभाग ने कार्यवाही करते हुए मस्जिद और डिस्पेंसरी को नोटिस जारी किया है। ज़िला प्रशासन द्वारा यह कार्यवाही सोशल मीडिया पर आयी अवैध निर्माण की शिकायत के बाद की गयी है।

Ghaziabad Mosque Controversy

जब शिकायतों के आधार पर ग़ाज़ियाबाद सिंचाई विभाग ने स्थानीय पुलिस से जाँच करायी तो पुलिस ने जो अपनी रिपोर्ट दी उसमें मस्जिद और उससे जुड़ी एक डिस्पेंसरी का निर्माण अवैध बताया गया। जिसके बाद ग़ाज़ियाबाद सिंचाई विभाग ने एक नोटिस जारी करते हुए अवैध निर्माण हटाने का निर्देश दिया है। साथ ही मस्जिद में नमाज़ पढ़ने और किसी भी धार्मिक आयोजन पर भी रोक लगा दी है। (Ghaziabad Mosque Controversy)

मीडिया रिपोर्ट्स अनुसार, जबकि इस मामले पर मस्जिद से जुड़े नाज़िम के० हसन ने बताया कि “वर्ष-2007 में प्राधिकरण से इसके लिये मौखिक अनुमति माँगी गयी थी। उन्होंने दावा किया है कि अधिकारियों ने हाई-टेंशन लाइन के नीचे नमाज़ पढ़ने की मौखिक अनुमति दी थी। जिसके बाद उन्होंने ज़िला प्रशासन, नगर निगम व अन्य सरकारी अधिकारियों से भी इस सम्बंध में बात की थी। (Ghaziabad Mosque Controversy)

स्थानीय लोगों और मस्जिद प्रबन्धन का कहना है कि इस इलाक़े में लगभग 250 मुस्लिम परिवार रहते हैं, और उन्हें नमाज़ अदा करने के लिये 2 से 3 किलोमीटर दूर जाना पड़ता था। जिसको देखते हुए उन्होंने अधिकारियों से अपील की थी कि यहाँ उन्हें इस जगह पर नमाज़ पढ़ने की अनुमति दी जाये, जिसके बाद अधिकारियों की मौखिक अनुमति मिलने के बाद यहाँ नमाज़ पढ़नी शुरु कर दी।। (Ghaziabad Mosque Controversy)

मीडिया रिपोर्ट्स अनुसार, मस्जिद को अवैध बताये जाने पर मुस्लिम धर्मगुरु हाजी ख़ालिद ने कहा कि “अवैध क़ब्ज़े की भूमि पर मस्जिद का निर्माण करना ग़लत है, अगर ऐसा है तो ऐसी जगह नमाज़ नहीं पढ़नी चाहिये।” उन्होंने कहा कि  मस्जिद का निर्माण सिर्फ़ वैध और ख़रीदी हुई ज़मीन पर ही जायज़ है।” (Ghaziabad Mosque Controversy)

मीडिया रिपोर्ट्स में अधिकारियों के हवाले से बताया जा रहा है कि “सिंचाई विभाग ने डिस्पेंसरी मस्जिद के साथ साथ पास वहीं स्तिथ एक गौशाला व मन्दिर को भी हटाये जाने का नोटिस जारी किया था। लेकिन उन्होंने दिवाली के बाद निर्माण हटाने का समय दिया गया था। लेकिन अब तक भी अवैध निर्माण नहीं हटाया गया है।” (Ghaziabad Mosque Controversy)

अब किसी भी गतिविधि को रोकने के लिये प्रशासन द्वारा सख़्त क़दम उठाये गये हैं। इस मामले में सम्बंधित विभाग और स्थानीय प्रशासन निगाह बनाये हुए हैं। साथ ही स्थानीय लोगों को उम्मीद है कि ज़िला प्रशासन इस मामले का समाधान धार्मिक जरूरतों का ध्यान रखते हुए निकाल लेगा।

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