Owaisi Address In Akola Rally: ओवैसी ने कहा ‘प्रधानमंत्री मोदी देश के मुसलमानों को हाशिये पर डाल मेजॉरिटी को एक करने में जुटे हुए हैं
Owaisi Address In Akola Rally: असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि “जैसा कभी हिटलर के ज़माने में यहूदी महसूस करते थे, ठीक वैसा ही आज के वक़्त में देश (भारत) के मुसलमान महसूस कर रहे हैं…
अकोला(महाराष्ट्र): Owaisi Address In Akola Rally- AMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने रविवार को अकोला महाराष्ट्र में आयोजित एक रैली को संबंधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर जमकर निशाना साधते हुए कहा कि “पीएम नरेन्द्र मोदी ने इस देश (भारत) में मुसलमानों को हाशिये पर लाकर खड़ा दिया गया है।”
असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि “जैसा कभी हिटलर के ज़माने में यहूदी महसूस करते थे, ठीक वैसा ही आज के वक़्त में देश (भारत) के मुसलमान महसूस कर रहे हैं।” ओवैसी ने कहा कि “मैं दिल्ली में बैठे चौधरियों को यह बताना चाहता हूँ कि आज अगर नरेन्द्र मोदी जीतते हैं तो…(Owaisi Address In Akola Rally)
इसकी वजह यह है कि उन्होंने (मोदी जी ने) अपनी छवि एक हिन्दू हृदय सम्राट की बना ली है। पीएम मोदी मुसलमानों को छोड़कर देश की सभी मेजॉरिटी कम्युनिटी को एकजुट करने का प्रयास कर रहे हैं।” ओवैसी ने कहा “पीएम मोदी ने भारत की राजनीति में मुसलमान को मार्जिनलाइज्ड करके रख दिया है।” (Owaisi Address In Akola Rally)
वहीं असदुद्दीन ओवैसी ने रैली को संबोधित करते हुए कहा कि “सुप्रीम कोर्ट ने आस्था के आधार पर निर्णय देकर पूरे देश को यह पैग़ाम दे दिया है कि, आस्था ही बड़ी है और एविडेंस को नहीं देखा जायेगा।” ओवैसी ने देश के मुसलमानों से अपील करते हुए कहा कि रहा “आप अपनी-अपनी मस्जिदों को आबाद रखो… (Owaisi Address In Akola Rally)
यह कौन सी मोहब्बत है कि.. मस्जिद को हमसे छीनने का पूरा प्रयास किया जा रहा है। दिल्ली में एक 500 वर्ष पुरानी मस्जिद को बिना किसी नोटिस के शहीद कर दिया गया, और 600 साल पुराने क़ब्रिस्तान को भी शहीद कर दिया गया।” हम यही पूछना चाहते हैं कि इस देश में भाजपा क्या करना चाहती है..? (Owaisi Address In Akola Rally)
असदुद्दीन ओवैसी ने आगे कहा कि “आज हम देख रहे हैं कि ज्ञानवापी मस्जिद में क्या हो रहा है..? खुद पीएम और उनकी पार्टी कहती है कि 22 जनवरी इस देश का एक तारीख़ी दिन था। मैंने पार्लियामेंट में इस बात को रखा कि अगर 22 जनवरी तारीख़ी दिन था तो, इसकी बुनियाद 6 दिसम्बर वर्ष-1992 को रखी गयी थी।” (Owaisi Address In Akola Rally)
उन्होंने कहा कि “यदि 22 जनवरी एक तारीख़ी दिन था तो इसकी बुनियाद वर्ष-1986 में ताले खोलकर रखी गयी थी। और यदि 22 जनवरी तारीख़ी दिन था तो जीबी पन्त ने उसमें मूर्तियां रखवाकर 22 जनवरी को इस दिन को तारीख़ी बनाया।” (Owaisi Address In Akola Rally)
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