न्यायमूर्ति बीआर गवई के बाद न्यायमूर्ति सूर्यकांत भारत के अगले मुख्य न्यायाधीश होंगे। वर्तमान मुख्य न्यायाधीश बीआर गवई 23 नवंबर 2025 को सेवानिवृत्त हो रहे हैं और न्यायमूर्ति सूर्यकांत 24 नवंबर 2025 को मुख्य न्यायाधीश का कार्यभार संभालेंगे। वह लगभग 15 महीने तक इस पद पर रहेंगे और उनका कार्यकाल 9 फरवरी 2027 तक रहेगा।
भारत के मुख्य न्यायाधीश भूषण रामकृष्ण गवई ने केंद्र सरकार से जस्टिस सूर्यकांत को अगले CJI के तौर पर नियुक्त करने की सिफारिश की है। मौजूदा CJI गवई के बाद जस्टिस सूर्यकांत सुप्रीम कोर्ट के दूसरे सबसे सीनियर जज हैं। अगर केंद्र उनकी सिफारिश को मान लेती है तो CJI गवई के 23 नवंबर को रिटायर होने के बाद 24 नवंबर को वे देश के 53वें CJI बनेंगे।
सूत्रों के अनुसार CJI गवई ने केंद्रीय कानून मंत्रालय से जस्टिस सूर्यकांत को अगला CJI नियुक्त करने की सिफारिश की है। जस्टिस सूर्यकांत को 24 मई, 2019 में सुप्रीम कोर्ट के जज के रूप में नियुक्त किया गया था। अगर वे अगले CJI बनाते हैं तो चीफ जस्टिस के रूप में उनका कार्यकाल (करीब 1.2 साल) होगा। सुप्रीम कोर्ट के जजों की रिटायरमेंट की उम्र 65 साल होती है।न्यायमूर्ति सूर्यकांत की नियुक्ति एक महत्वपूर्ण कदम है, जो न्यायपालिका में वरिष्ठता और योग्यता के आधार पर की जाती है। वह अपनी न्यायिक समझ और अनुभव के साथ न्यायपालिका को मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।
न्यायमूर्ति सूर्यकांत के बारे में
पृष्ठभूमि न्यायमूर्ति सूर्यकांत पेटवाड़ (हिसार) के मूल निवासी हैं।
कार्यकाल वह 24 नवंबर 2025 से 9 फरवरी 2027 तक मुख्य न्यायाधीश के रूप में कार्य करेंगे।
अनुभव वह चौधरी ओमप्रकाश चौटाला की सरकार में एडवोकेट जनरल भी रह चुके हैं।
अब आगे क्या होगा?
क्या न्यायमूर्ति सूर्यकांत की नियुक्ति न्यायपालिका में सुधार लाने में मदद करेगी?
